– दो साल में बदले कई जांच अधिकारी, हाथ नही आ रहा था जालसाज
Thug was hiding in Dubai, DDC : दुबई में दुबके कबूतरबाज की गिरफ्तारी हल्द्वानी पुलिस के लिए चैलेंज बन गई थी। जिस कबूतरबाज अफजाल को दो साल में कई दरोगा पकड़ नही पाए, उसे उसी के बेटे की मौत और टीपी नगर चौकी प्रभारी SI दीपक बिष्ट की सूझबूझ ने फंसा लिया। आरोपी ने एक बेरोजगार को विदेश भेजने के नाम पर लाखों की ठगी कर ली थी।
कुर्की करने के बाद भी नही लौटा भारत
मूलरूप से अफगानन शेरकोट बिजनौर उत्तर प्रदेश निवासी अफजाल पुत्र अमानत ने रामनगर के एक युवक को विदेश भेजने के नाम पर लाखों रुपये ले लिए थे। युवक न तो विदेश गया और न ही उसके पैसे वापस मिल। दो साल पहले रामनगर कोतवाली में मुकदमा दर्ज हुआ। दुबई में दुबके अफजाल को पुलिस का कोई जाल फंसा नही पाया। उसके घर की कुर्की भी हुई, लेकिन वो नही आया।
मासूम बेटे की मौत पर फंसा जालसाज
दो साल में कई दरोगा लगे, लेकिन अफजाल हाथ नही आया। इधर, SSP ने मामले की जांच टीपी नगर चौकी प्रभारी दीपक बिष्ट को सौंप दी। दीपक बिजनौर अफजाल के घर पहुंचे। अपनी पहचान छिपा कर अफजाल का मोबाइल नम्बर हासिल किया। उससे ग्राहक बनकर बात की। इसबीच उसके 8 माह के बेटे की मौत हो गई। वह दुबई से भारत पहुंचा और पकड़ा गया।
लुकआउट नोटिस जारी करा चुकी थी पुलिस
अफजाल की गिरफ्तारी विश्व में कहीं भी हो सके, इसके लिए पुलिस अफजाल के खिलाफ लुकआउट नोटिस जारी करा लिया था। साथ ही एसआई दीपक उससे ग्राहक बन कर बात कर रहे थे। अफजाल ने एक को और विदेश भेजने का ठेका कर लिया। पासपोर्ट और वीजा बनाने की भी जिम्मेदारी ले ली। भरोसा दिलाने के लिए उसने अपना पासपोर्ट भी भेज दिया। पकड़ा तब गया जब वह बेटे की गमी में शामिल होने के लिए IGIT एयरपोर्ट दिल्ली पहुंचा। 15 अगस्त को पुलिस ने उसे रामनगर न्यायालय में पेश किया, जहां से उसे जेल भेज दिया गया।