100 करोड़ से बनेंगे पुलिस आवास, वर्दी भत्ता बढ़ेगा साढ़े 3 हजार

– देहरादून में पुलिस शहीद दिवस पर मुख्यमंत्री धामी ने पुलिसकर्मियों के लिए की कई घोषणाएं

Police Commemoration Day, DDC : पुलिस स्मृति दिवस के अवसर पर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने शहीद पुलिस जवानो को दी श्रद्धांजलि। मुख्यमंत्री धामी देहरादून स्थित शहीद स्मारक स्थल में आयोजित कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि पहुंचे थे। इस दौरान मुख्यमंत्री ने पुलिस कार्मिकों के आवासीय भवनों के निर्माण के लिए आगामी वर्ष में 100 करोड़ रुपए दिए जाने के साथ पुलिस कर्मियों के पौष्टिक आहार भत्ते में 100 रुपये की वृद्धि, निरीक्षक से सहायक उप निरीक्षक पदधारकों के वर्दी भत्ते की वर्तमान दर में 3,500 रुपये की वृद्धि, 9,000 फिट से अधिक ऊंचाई पर तैनात पुलिस व एसडीआरएफ कर्मियों को प्रदान की जा रही उच्च तुंगता भत्ते की वर्तमान दर में 200 रुपये प्रतिदिन के स्थान पर 300 रुपये प्रतिदिन देने की घोषणा की।

शहीदों को सलामी देते पुलिस कर्मी।
शहीदों को सलामी देते पुलिस कर्मी।

उत्तराखंड के 4 वीर सपूतों ने भी दिया बलिदान
मुख्यमंत्री ने कहा कि देश की आन्तरिक सुरक्षा व्यवस्था और कानून-व्यवस्था बनाये रखने का उत्तरदायित्व राज्यों के पुलिस बल व अर्द्ध सैनिक बलों का है। विगत एक वर्ष में भारत में 216 अर्द्ध सैनिक बलों एवं विभिन्न राज्यों के पुलिस कर्मी शहीद हुए, जिसमें उत्तराखण्ड पुलिस के 4 वीर सपूतों ने अपने प्राणों की आहुति दी है। उत्तराखण्ड भौगोलिक एवं सामरिक महत्व की दृष्टि से राष्ट्र की सुरक्षा के लिए अत्यन्त संवेदनशील राज्य है। राज्य पुलिस भी सेवा की भावना और कानून व्यवस्था बनाये रखने के लिए अनेकों चुनौतियों नशा, साइबर क्राइम, महिला अपराध, यातायात व्यवस्था, चारधाम यात्रा, आपदा, भू-स्खलन, कांवड यात्रा प्रबंधन का सामना करती है।

1100 से ज्यादा नशे के सौदागरों पर कार्रवाई, 23 करोड़ का नशा बरामद किया
2025 तक उत्तराखण्ड को ड्रग्स फ्री बनाने का लक्ष्य है। इसके लिए एक त्रिस्तरीय एंटी नारकोटिक फोर्स का गठन किया गया है। इस वर्ष 1100 से ज्यादा नशे के सौदागरों पर कार्यवाही करते हुए लगभग 23 करोड़ रूपये के नारकोटिक पदार्थ भी बरामद किए गए हैं। साइबर अपराध एक बड़ा खतरा बन चुका है। पुलिस को इस दिशा में भी सजग और तकनीकि रूप से और अधिक दक्ष होना पड़ेगा। राज्य में महिलाओं को सुरक्षित माहौल उपलब्ध कराने के लिए प्रदेश के प्रत्येक थाने पर “महिला हैल्प डेस्क” के अन्तर्गत ‘क्यूआरटी’ का गठन किया गया है। बच्चों एवं महिलाओं के प्रति हुए अपराधों में 95 प्रतिशत से अधिक मामलों का अनावरण कर 50 प्रतिशत से अधिक अभियुक्तों के विरूद्ध कार्यवाही की गयी है।

75 लाख से 1 करोड़ तक का दुर्घटना बीमा
मुख्यमंत्री ने कहा, पुलिस कर्मियों के आवासीय स्तर को सुधारने के लिए 150 करोड़ से अधिक की लागत से 380 आवासों का निर्माण किया जा चुका है। वित्तीय वर्ष 2023-24 में 42 करोड़ की लागत से 5 पुलिस थानों, 2 पुलिस चौकियों, 2 फायर स्टेशनों और 3 पुलिस लाइन के प्रशासनिक भवनों का निर्माण कराया जा रहा है। पुलिस के रिस्पॉस टाइम को बेहतर करने के लिए 1105 पुलिस वाहनों की खरीद को मंजूरी दी गई है। पुलिस सैलरी पैकेज के तहत पुलिस कार्मिकों के लिए 75 लाख से 1 करोड़ तक का दुर्घटना बीमा कराया जा रहा है, जिसके अन्तर्गत 15 करोड़ रूपये से अधिक की धनराशि दिवंगत पुलिस कार्मिकों के परिजनों को प्रदान की जा चुकी है।

6 थानों और 21 पुलिस चौकियों में 162 पद सृजित
आपदा एवं राहत के क्षेत्र में सरकार ने एसडीआरएफ की एक कम्पनी स्वीकृत करते हुए 162 पदों का सृजन किया है। 6 थानों व 21 पुलिस चौकियों के क्रियान्वयन के लिए 327 पद स्वीकृत किये गये। पीपीएस के ढांचे में 11 नये पदों का सृजन किया गया। उप निरीक्षक स्तर के 222 पदों पर भर्ती निकाली गयी है तथा 2000 सिपाहियों की भर्ती की प्रक्रिया प्रचलित है। राज्य में प्रतिभाशाली खिलाड़ियों के प्रोत्साहन के लिए उत्तराखण्ड खेल नीति के अन्तर्गत कुशल खिलाड़ी कोटे में भी पुलिस विभाग में भर्तियां की जायेंगी।

सीआरपीएफ की टुकड़ी ने लिया था चीनी अतिक्रमणकारियों से लोहा
पुलिस महानिदेशक अभिनव कुमार ने कहा कि 21 अक्टूबर को भारत की उत्तरी सीमा पर लद्दाख के 16 हजार फीट ऊंचे बर्फीले एवं दुर्गम क्षेत्र हॉटस्प्रिंग में केन्द्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) की एक गश्ती टुकड़ी के 10 बहादुर जवानों ने एसआई करन सिंह के नेतृत्व में चीनी अतिक्रमणकारियों से लोहा लिया और अत्यन्त बहादुरी से लड़ते हुए अपनी मातृभूमि की रक्षा करते हुए अपने प्राणों की आहुति दी थी। इन्हीं की याद में प्रत्येक वर्ष पूरे देश में 21 अक्टूबर को “पुलिस स्मृति दिवस” के रूप में मनाया जाता है। आजादी के बाद से अब तक लगभग 35 हजार पुलिस कर्मियों ने कर्तव्य के दौरान अपना बलिदान दिया है।

कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रुप में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी, महाराष्ट्र के पूर्व राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी, पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. रमेश पोखरियाल निशंक, कैबिनेट मंत्री धन सिंह रावत, गणेश जोशी, विधायक विनोद चमोली, मुन्ना सिंह चौहान, सविता कपूर, जिला पंचायत अध्यक्ष मधु चौहान, मुख्य सचिव राधा रतूड़ी, अपर मुख्य सचिव आनंद वर्धन, सचिव गृह शैलेश बगोली, प्रभारी मुख्य सूचना आयुक्त विवेक शर्मा, सेवानिवृत्त पुलिस महानिदेशक अनिल के रतूड़ी, अपर पुलिस महानिदेशक/निदेशक अभियोजन पीवीके प्रसाद, अपर पुलिस महानिदेशक/विशेष प्रमुख सचिव खेव एवं युवा कल्याण अमित सिन्हा, अपर पुलिस महानिदेशक सीबीसीआईडी डॉ. वी मुरूगेशन, अपर पुलिस महानिदेशख अभिसूचना एवं सुरक्षा एपी अंशुमान ने शहीद हुए पुलिस कर्मियों को याद कर उन्हें श्रृद्धांजलि अर्पित की।

विगत एक वर्ष में भारत में राज्य पुलिस एवं केन्द्रीय सुरक्षा बलों के कुल 216 कर्मियों ने कर्तव्यपालन के दौरान अपने प्राणों की आहुति दी है, इनका विवरण इस प्रकार हैः-
1- आन्ध्र प्रदेश 2
2- अरुणांचल प्रदेश 2
3- असम 6
4- बिहार 15
5- छत्तीसगढ़ 11
6- झारखण्ड 4
7- कर्नाटक 5
8- केरल 1
9- मध्य प्रदेश 23
10- महाराष्ट्र 3
11- मणिपुर 6
12- मेघालय 1
13- नागालैण्ड 2
15- पंजाब 2
16- राजस्थान 20
17- तमिलनाडू 5
18- तेलंगाना 1
19- त्रिपुरा 3
20- उत्तर प्रदेश 2
21- उत्तराखंड 4
22- पश्चिम बंगाल 9
23- अंडमान एवं निकोबार द्वीप समूह 1
24- दिल्ली 5
25- जम्मू एवं कश्मीर 7
26- बीएसएफ 19
27- सीआईएसएफ 6
28- सीआरपीएफ 23
29- आईटीबीपी 6
30- एसएसबी  2
31- एफएस, सीडी एवं एचजी 2
32- आरपीएफ 14
कुल                           216

इस अवधि में उत्तराखण्ड पुलिस के जिन 4 अधिकारियों एवं कर्मचारियों ने ड्यूटी के दौरान अपने प्राणों की आहुति दी है, उनमें-
1- अपर उप निरीक्षक ना.पु. कान्ता थापा, जनपद उत्तरकाशी
2- मुख्य आरक्षी 29 ना.पु. गणेश कुमार, जनपद उत्तरकाशी
3- आरक्षी 106 स.पु. गणेश कुमार, जनपद ऊधमसिंहनगर
4- आरक्षी 10 स.पु. गोविन्द सिंह भण्डारी, जनपद ऊधमसिंहनगर

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