– सोमवार को ऊधमसिंह नगर जिला प्रशासन और पुलिस ने ढहाया अवैध निर्माण, सितारगंज के गौरीखेड़ा गांव में था घर

Mushtaq’s house razed to the ground, DDC : उत्तराखंड राज्य के ऊधमसिंह नगर में पूजा विश्वास का सिर तन से जुदा करने वाले मुश्ताक अहमद का घर जिला प्रशासन और पुलिस ने जमींदोज कर दिया। मुश्ताक पहले से शादीशुदा था। बावजूद इसके उसने पूजा को अपने प्यार के जाल में फंसाया और फिर उसका धर्म परिवर्तन करने का भी दबाव बनाया। अपनी सारी कोशिशों में नाकाम होने के बाद उसने पूजा का नृशंस हत्या कर दी और सिर व धड़ को नहर में फेंक दिया।
सोमवार को ऊधमसिंह नगर जिला प्रशासन और पुलिस की संयुक्त टीम ने आरोपी के अवैध निर्माण को ध्वस्त कर दिया। भारी पुलिस बल के साथ प्रशासनिक अमला सुबह गौरीखेड़ा गांव पहुंचा, जहां जेसीबी की मदद से मुश्ताक के मकान को ढहा दिया गया। इस दौरान गांव के चारों ओर सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए, ताकि कोई अप्रिय स्थिति न बने।
हत्यारोपी के बाप में कब्जाई थी अनुसूचित जनजाति की जमीन
जांच में सामने आया कि हत्यारोपी के पिता अली अहमद ने अनुसूचित जनजाति वर्ग की सरकारी भूमि पर अवैध रूप से मकान बनाया था, जो ग्राम थारू गौरीखेड़ा निवासी मथुरा सिंह के नाम दर्ज है। मथुरा सिंह के पिता की मृत्यु के बाद यह भूमि उनके नाम पर चढ़ाई गई थी। इस मामले में पूर्व में अली अहमद को नोटिस भी जारी किया गया था, लेकिन उसने संतोषजनक जवाब नहीं दिया। इस पर जिला प्रशासन ने सख्त कार्रवाई करते हुए अवैध निर्माण पर बुलडोजर चला दिया।
शिनाख्त न हो सके, इसलिए धड़ से अलग किया सिर
गुरुग्राम पुलिस ने आरोपी को 1 मई (बृहस्पतिवार) को अदालत में पेश कर छह दिन केीॉ रिमांड पर लिया था। पुलिस पूजा का सिर ढूंढने की कोशिश कर रही है। जांच में सामने आया कि आरोपी ने पूजा का सिर धड़ से इसलिए अलग कर दिया, ताकि उसकी शिनाख्त न हो सके। हत्या की वारदात को अंजाम देने से पहले 15 नवंबर को आरोपी पूजा को अपनी बहन के घर लेकर गया था। अगले दिन 16 को उसे वह वहां पर घुमाने के लिए ले गया और वहीं एक नाले के पास उसने पूजा का सिर काटकर हत्या कर दी थी। भाई ने उसके दुपट्टे से पहचान की थी।
मुश्ताक ने पूजा की हत्या कर दी, यह किसी को पता नहीं था। ऐसे में 19 दिसंबर 2024 को थाना सेक्टर-5 में एक महिला ने अपनी 35 वर्षीय बड़ी बहन के लापता होने की शिकायत दर्ज कराई थी।
छोटी बहन ने लगवाई थी बड़ी बहन की नौकरी
पूजा की बहन ने पुलिस को बताया था कि उसी बड़ी बहन पूजा शादीशुदा है और उसके दो बच्चे 17 वर्ष और 14 वर्ष के हैं। उसका तलाक हो गया था। छोटी बहन ने बताया था कि वह गुरुग्राम के स्पा सेंटर में काम करती थी। उसने अपनी बहन को गुरुग्राम बुलाकर स्पा सेंटर में उसकी भी नौकरी लगवा दी थी। मृतका की बहन ने पुलिस को बताया था कि उसकी बड़ी बहन कैब चलाने वाले युवक मुश्ताक अहमद के साथ रह रही थी। मुश्ताक ने पूजा की बेटी को भी बेचने की कोशिश की थी, जिसके बाद उसे परिजन अपने साथ ले गए थे।
मां की बीमारी से शुरु हुआ मिलने का सिलसिला
मुश्ताक अहमद (31 वर्ष) कुछ साल पहले तक कुटरी गांव में पंक्चर की दुकान चलाता था। वह सितारगंज और खटीमा दोनों जगह रहता था। इसी बीच वह किराये पर टैक्सी चलाने लगा। वर्ष 2022 में उत्तराखंड में पूजा की मां बीमार हुई तो मां के इलाज के लिए पूजा दो-तीन बार मुश्ताक अहमद की टैक्सी में ले गई थी। इसी दौरान दोनों में जान पहचान हुई थी। पूजा ने सितारगंज में मुश्ताक को एक प्लॉट भी खरीदकर दिया। इसके बाद मुश्ताक और पूजा गुरुग्राम आ गए। दोनों दो वर्षों तक यहां लिव इन रिलेशनशिप में रहे। अक्टूबर 2024 में दोनों के बीच झगड़ा होने पर मुश्ताक वापस उत्तराखंड आ गया और दूसरी शादी कर ली।
कत्ल के बाद कर्नाटका में खोली पंक्चर की दुकान
दूसरी शादी की सूचना मिलने पर पूजा भी उत्तराखंड में मुश्ताक के घर पहुंच गई। दोनों में झगड़ा हुआ। आरोपी के घरवालों ने दोनों को घर से निकाल दिया। 15 नवंबर को मुश्ताक पूजा को लेकर अपनी बहन के घर गांव खटीमा, उद्यमसिंह नगर (उत्तराखंड) चला गया। 16 नवंबर को घुमाने के बहाने पूजा को लेकर नदन्ना गांव में एक नाले के पास पहुंचा और उसकी हत्या कर दी। इसके बाद मंगलूरू (कर्नाटका) चला गया। वहां पंक्चर की दुकान चलाते लगा और मोबाइल बंद कर लिया। पुलिस ने घर वालों पर दबाव बनाकर उसे उत्तराखंड बुलाया और गिरफ्तार किया। मुश्ताक की निशानदेही पर पूजा का धड़ बरामद हो गया है।