– शहर में कॉपी-किताबों के बड़े कारोबारी ने ऑनलाइन माध्यम से काम पर रखी थी नौकरानी
Haldwani business houses stolen, DDC : शहर में कॉपी-किताब के बड़े कारोबारी के चोरी की बड़ी घटना हुई। घटना को कारोबारी की नौकरानी ने अपने साथियों के साथ मिलकर अंजाम पहुंचाया। घटना से ठीक पहली रात नौकरानी ने घर में अकेले कारोबारी व उनकी पत्नी को सूप में नशीली गोलियां खिलाकर बेहोश किया और फिर लाखों रुपये के आभूषण लेकर फरार हो गई। इस नौकरानी को कुछ समय पहले ही कारोबारी की बेटी ने ऑनलाइन के माध्यम से नौकरी पर रखा था। घटना की खुलासा तब हुआ, जब सुबह गार्ड ड्यूटी पर पहुंचा। पुलिस और फॉरेंसिक टीम ने मौके से साक्ष्य जुटाए हैं। पुलिस का दावा है कि जल्द ही आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया जाएगा।
मुखानी थाना क्षेत्र के कालाढूंगी रोड निवासी दीपक अग्रवाल कॉपी-किताबों का कोराबार करते हैं। वह यहां अपनी पत्नी मिनाक्षी, बेटा व बहू के साथ रहते हैं। बताया जाता है कि बीती 12 नवंबर को उनके बेटे की शादी हुई है और वह पत्नी के साथ हनीमून के लिए बाली गया है। घर में दीपक अपनी पत्नी के साथ अकेले थे और काम करने के लिए एक नौकरानी थी, जिसे 24 नवंबर को कारोबारी की बहन ने ऑनलाइन साइट के जरिये नौकरी पर रखा था। पहरे के लिए घर के बाहर एक गार्ड भी रहता है। मंगलवार को दीपक अपनी पत्नी के साथ घर पर थे। रात करीब साढ़े 8 बजे नौकरानी ने दीपक और उनकी पत्नी को सूप बनाकर दिया।
सूप पीने के बाद दोनों बेहोश हो गए। जिसके बाद नौकरानी ने दो युवकों को घर में बुला लिया। एक कमरे में लॉकर का ताला तोड़कर सोने-चांदी के आभूषण चोरी कर लिए। दूसरे कमरे में और भी गहने थे, लेकिन शातिर यहां का लॉकर तोड़ नहीं पाए। जिसके बाद तीनों फरार हो गए। सुरक्षा गार्ड अंदर पहुंचा तो कारोबारी और उनकी पत्नी को बेहोश देख अस्पताल पहुंचाया। सूचना पाकर मुखानी पुलिस और फॉरेंसिक एक्सपर्ट मौके पर पहुंच गए। मुखानी थानाध्यक्ष विजय मेहता ने बताया कि सीसीटीवी खंगाले जा रहे हैं। फॉरेंसिक टीम ने फिंगर प्रिंट व अन्य साक्ष्य जुटाए हैं। आरोपियों की तलाश की जा रही है।
नेपालन है नौकरानी, नहीं कराया पुलिस सत्यापन
प्राथमिक जांच में सामने आया है कि जो नौकरानी दीपक के घर काम करने आई थी वह मूलरूप से नेपाल की रहने वाली है। हालांकि अभी यह स्पष्ट नहीं है कि घटना को अंजाम देने वाले अन्य दो युवक कौन थे। पता यह भी लगा है कि 24 नवंबर से घर में काम कर रही नौकरानी का दीपक ने पुलिस सत्यापन नहीं कराया था। पूरी संभावना है कि घटना को अंजाम देने के बाद नेपालन नौकरानी बड़े आराम से नेपाल फरार हो सकती है।
दो पहिया वाहन से भागे चोर, लोकेशन बस अड्डे पर मिली
घटना के बाद नौकरानी और उसके साथी भागकर रोडवेज बस स्टेशन तक पहुंचे। नौकरानी के मोबाइल की अंतिम लोकेशन रोडवेज स्टेशन पर मिली है। इसके बाद उसने मोबाइल बंद कर दिया। माना जा रहा है कि नौकरानी व उसके साथी रोडवेज बस से भाग सकते हैं। इधर, घर के सुरक्षा गार्ड का कहना है कि उसने चोरों को दो पहिया वाहन से भागते देखा था। संभावना जताई है कि यदि ऐसा है तो हो सकता है कि किसी स्थानीय व्यक्ति ने भी घटना में सहयोग किया हो।
नौकर बनाकर घर भेजे जा रहे चोर, भेजने वालों के नंबर बंद
Haldwani business houses stolen, DDC : डिजिटलीकरण के दौरान में इंटरनेट पर बढ़ती निर्भरता घातक साबित हो रही है। प्लंबर से लेकर नौकर और कार से लेकर हवाई जहाज उड़ाने वाले भी इंटरनेट पर उपलब्ध हैं। बड़े-बड़े घरों में नौकर-नौकरियां उपलब्ध कराने वाली कंपनियों की इंटरनेट पर भरमार हैं, जिनकी आड़ में चोरों ने चोरी का नया तरीका इजात कर लिया है और इसका ताजा उदाहरण दीपक अग्रवाल के घर हुई चोरी है।
दीपक अग्रवाल की बेटी दिल्ली में रहती है। घर में काम करने के लिए जब नौकरानी की जरूरत हुई तो दीपक ने अपनी बेटी को फोन किया। बेटी ने नौकरानी के लिए इंटरनेट खंगालना शुरू किया तो उनके पास कई कंपनियों से फोन आने लगे। ऐसा ही एक फोन करने वाले ने खुद को एक बड़ी कंपनी का अधिकारी बताया और उन्हें भरोसेमंद नौकरानी उपलब्ध कराने का भरोसा दिया। जालसाज ने दीपक की बेटी को अपनी मीठी-मीठी बातों में फंसा लिया। उन्हें भी भरोसा हो गया और 24 नवंबर से नौकरानी काम करने पहुंच गई। चोरी की घटना के बाद जब दीपक की बेटी उन लोगों को फोन किया, जिन्होंने नौकरानी भजी थी तो पता लगा कि वह सारे नंबर बंद हैं। पुलिस को शक है कि यह चोरों का पूरा गिरोह है, जो ऑनलाइन नौकर या नौकरानी उपलब्ध कराने की आड़ में घटनाओं को अंजाम देते हैं।
खाने-पीने, आने-जाने सब का समय, सब जानती थी नौकरानी
नेपालन नौकरानी को दीपक के घर आए भले ही दो दिन हुए हों, लेकिन इतने ही समय में उसने हर किसी के आने-जाने, खाने-पीने का समय पता कर लिया था। घटना की रात गार्ड को एक शादी में जाना था और वह देर से ड्यूटी पर आएगा, यह बात भी नौकरानी को पता थी। हालांकि गार्ड अगर थोड़ा और देर से पहुंचता तो आरोपी घर में दूसरी तिजोरी भी तोड़ डालते, लेकिन तभी गार्ड पहुंच गया और आरोपियों को भागना पड़ा। अमूमन गार्ड रोजना 10 बजे आता है, लेकिन शादी की वजह से मंगलवार को वह साढ़े 10 बजे पहुंचा। जब वह पहुंचा तो देखा दो पहिया से दो लोग घर से निकल रहे थे।