– मंगल पड़ाव स्थित माहेश्वरी फूड्स में छापेमारी में मिली गंदगी व कमियां, एक्सपायरी कलर से बनाया जा रहा था गोलगप्पे का अर्क
Raid in Maheshwari Foods, DDC : उत्तराखंड स्थित नैनीताल जिले के हल्द्वानी में प्रशासन ने मंगलपडाव स्थित माहेश्वरी फूड्स में छापा मारा तो आंखें फटी रह गईं। सॉस के पल्प में फफूंदी पड़ी थी और चाउमीन को पैरों तले कुचला जा रहा था। यही चाउमीन लोग चटकारे लेकर खाते हैं।
नगर आयुक्त ऋचा सिंह के नेतृत्व में नगर निगम, प्रशासन व खाद्य सुरक्षा विभाग की टीम ने मंगल पड़ाव स्थित माहेश्वरी फूड्स में छापेमारी की। टीम ने फैक्ट्री में मौजूद कर्मचारियों से पूछताछ की तो पता चला फैक्ट्री संचालक रोहित माहेश्वरी है। यहां सॉस, चाऊमीन और सॉस की बोतलें बनाई जाती हैं। इस पर टीम ने फैक्ट्री में साफ-सफाई की जांच की तो दंग रह गई। सॉस बनाने के लिए गंदे से ड्रम में भारी मात्रा में कद्दू का पल्प रखा हुआ था। इसमें फफूंदी लगी हुई थी और गंदगी व बदूब से बुरा हाल था। वहीं कमरे में चारों तरफ चाऊमीन फैली हुई थी जिसके ऊपर से फैक्ट्री कर्मचारियों की आवाजाही हो रही थी।
फैक्ट्री में चारों ओर गंदगी का अंबार
फैक्ट्री में चारों तरफ गंदगी ही गंदगी थी। जब टीम ने फूड लाइसेंस मांगा तो पता चला कि सिर्फ खाद्य बेचने की अनुमति है, फिर भी चाऊमीन, सॉस और बोतलें बनाई जा रही थीं। हैरानी की बात है कि सॉस रखने के लिए जो बोतलें बनाई जा रही थीं उनकी भी कोई ग्रेडिंग नहीं थी। दरअसल, खाद्य सुरक्षा मानकों के अनुसार, खाद्य रखने के लिए प्लास्टिक की ग्रेडिंग की जाती है, लेकिन यहां ऐसा नहीं था।
एक्सपायर कलर से बनाया गोलगप्पे का पानी
टीम ने गहनता से जांच की तो पता चला कि गोल गप्पे का अर्क भी बनाया जाता है, अर्क में फूड कलर मिलाकर बनाया जाता है, यह कलर भी एक्सपायर हो चुका था। यानी एक्सपायर कलर से अर्क बनाया जा रहा था, जो सीधे तौर पर जनता की सेहत के साथ खिलवाड़ है। फिलहाल खाद्य सुरक्षा टीम ने सॉस, फूड कलर और चाऊमीन के सैंपल लिए हैं जिन्हें जांच के लिए लैब भेजा जा रहा है।
नगर निगम से सील किया अंडर ग्राउंड हॉल
इसके अलावा फैक्ट्री संचालक के खिलाफ एडीएम कोर्ट में भी केस दायर किया जाएगा। फिलहाल नगर निगम की टीम ने अंडर ग्राउंड हॉल को तो सील करने की कार्यवाही शुरू कर दी है। टीम में खाद्य सुरक्षा अधिकारी अभय सिंह, सहायक नगर आयुक्त गणेश भट्ट, तहसीलदार कुलदीप पांडे मौजूद रहे।
घनी आबादी में सिलेंडर का जखीरा, हो सकता है जानलेवा
माहेश्वरी फूड्स फैक्ट्री में 20-25 सिलेंडर भी थे, जिनमें कुछ घरेलू और कुछ कॉमर्शियल हैं। हैरानी की बात है मंगल पड़ाव जैसी घनी आबादी में एक साथ इतनी तादाद में सिलेंडर रखना खतरनाक है। कभी भी आपात स्थित में जानलेवा हादसा हो सकता है। ऐसे में इतनी तादाद में सिलेंडर नहीं होने चाहिए। फिलहाल जिला आपूर्ति विभाग को भी इसकी जांच व कार्यवाही के लिए कहा गया है।
हल्द्वानी की नगर आयुक्त ऋचा सिंह ने बताया कि मंगल पड़ाव स्थित माहेश्वरी फूड्स में छापेमारी की गई। खाद्य सुरक्षा विभाग गंदगी व एक्सपायी फूड आइटम के इस्तेमाल में कार्यवाही कर रहा है। वहीं, अंडर ग्राउंड हॉल को सील करने की कार्यवाही की जा रही है। रेस्टोरेंट व मिठाई की दुकानों में गंदगी पर त्वरित कार्यवाही होगी।
नैनीताल जिले के अभिहीत अधिकारी संजय सिंह ने बताया, सॉस के पल्प में फफूंदी मिली है, चाऊमीन भी कमरे में ऐसे ही पड़ी थी। सभी खाद्यों के नमूने लेकर जांच के लिए भेजे जा रहे हैं। एक्सपायरी आइटम भी इस्तेमाल हो रहे थे। फैक्ट्री संचालक के खिलाफ गंदगी और खाद्य सुरक्षा में चालान व केस दायर किया जाएगा।