– पर्व निर्णय सभा उत्तराखंड, काशी विद्वत परिषद, पंचतत्व विद्वत परिषद ने संयुक्त रूप से लिया फैसला
Holi 2025, DDC : होली के पर्व की तिथि को लेकर असमंजस की स्थिति स्पष्ट हो गई है। देश के विभिन्न राज्यों की ऑनलाइन बैठक हुई और बैठक में सर्वसम्मति से तय हुआ कि होली 15 मार्च को मनाई जाएगी। पर्व निर्णय सभा उत्तराखंड, काशी विद्वत परिषद, पंचतत्व विद्वत परिषद के तत्वावधान में वर्चुअली बैठक हुई।
बैठक में पर्वों में एकरूपता लाने के लिए गंभीरता से मंथन हुआ। बैठक में ज्योतिषाचार्यों ने सर्व सम्मति से निर्णय लिया कि 13 मार्च को सुबह 10:38 से रात 11:30 बजे तक भद्रा है, इसलिए होलिका दहन 11:30 बजे के बाद होगा। होलिका दहन के बाद सर्वप्रथम होली काशी में मनाई जाती है, इसलिए 14 मार्च को उदय काशी में होली मनाई जाएगी।
इसके अलावा 14 मार्च को उदय व्यापनी प्रतिपदा नहीं है। होली के लिए उदय व्यापनी प्रतिपदा होना जरूरी है, जो कि 15 मार्च को है। ऐसे में रंगोत्सव होली (छलड़ी) का पर्व मनाया जाएगा। बैठक की अध्यक्षता आचार्य पवन पाठक, डॉ. जगदीश चंद्र भट्ट ने की। बैठक में काशी विद्वत परिषद के सचिव अमित मिश्रा, डॉ. नवीन चंद्र जोशी, डॉ. मंजू जोशी, आचार्य वसंत वल्लभ त्रिपाठी, उमेश त्रिपाठी, हरीश जोशी, डॉ. राम भूषण बिजलवान भी मौजूद रहे।