– सिंचाई विभाग के मुख्य अभियंता ने किया निरीक्षण, पत्थर लगाकर बैराज के फीडर को बचाने की कवायद
Gaula Barrage in danger from Kalsia drain, DDC : अभी तक आबादी के लिए चिंता का सबब बने कलसिया नाले से अब सिंचाई विभाग का बैराज खतरे की जद में आ गया है। नाले के उफान में बैराज की रोड बह गई है और दीवार का एक हिस्सा गिर गया है। अब नाले की सीध में बैराज का फीडर है। इसे देखते हुए गुरुवार को सिंचाई विभाग के मुख्य अभियंता संजय शुक्ल ने मौके पर निरीक्षण किया और अधिनस्थों को सख्त निर्देश दिए। इसके साथ ही उन्होंने अंतरराष्ट्रीय स्टेडियम में चल रहे काम का निरीक्षण किया।
सीधे गौला बैराज से टकराता है कलसिया नाला
गुरुवार को कलसिया नाले की एक बार फिर सफाई कराई गई। पोकलैंड मशीन के जरिये नाले के बीच गहराई और बढ़ाया गया व किनारों को पत्थरों का ऊंचा ढेर लगाकर सुरक्षित किया गया। आबादी से होकर गुजरने वाला ये नाला सीधे गौला नदी में जाकर मिलता है, लेकिन इससे पहले यह बैराज से टकराता है। जिसके चलते बैराज की सड़क बह गई और दीवार को भारी नुकसान हुआ।
अधिनस्थों को अलर्ट पर रहने के निर्देश
नाले का बहाव बैराज के फीडर को नुकसान न पहुंचाए इसके लिए मुख्य अभियंता ने इंतजाम करने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने फीडर के आगे बड़ा पत्थर रखने और लगातार कट रही रोड को बचाने के लिए वायर क्रेट लगाने को कहा है। मुख्य अभियंता ने बरसाती सीजन में अधिनस्थों को अलर्ट मोड पर रहने के निर्देश दिए हैं।
स्पर ने रोका स्टेडियम की ओर कटान, पॉलीथिन से ढकेंगे दीवार
अंतरराष्ट्रीय स्टेडियम को गौला नदी के रौद्र रूप से बचाने का जिम्मा सिंचाई विभाग की सौंपा गया था। गुरुवार को निरीक्षण करने पहुंचे मुख्य अभियंता ने बताया कि भू-कटाव को रोकने के लिए चैनलाइजेशन का काम 500 मीटर काम पूरा हो चुका है। कटान रोकने के लिए वायरक्रेट स्पर भी बनाए जा रहे हैं। कुल 8 स्पर बनने हैं, 6 स्पर का काम पूरा हो चुका है और सातवें पर काम चल रहा है। इससे स्टेडियम की ओर हो रहा कटाव रुकना शुरू हो गया है। बरसात की वजह से गिर रही दीवार को बचाने के लिए मुख्य अभियंता ने दीवार को पॉलीथिन से ढकने के निर्देश दिए हैं।
तय तारीख पर सुचारू की गई वर्कशॉप लाइन
भारी बरसात के बीच तिकोनिया से वर्कशॉप जाने वाला रास्ता चौराहे के किनारे पर धंस गया था। यहां भूमिगत नहर थी, जिसका लंबे समय से उपयोग नहीं हो रहा था। 7 जुलाई को नहर का ये हिस्सा धंस गया और वर्कशॉप लाइन पर आवागमन प्रभावित हो गया। मंडलायुक्त दीपक रावत ने सिंचाई विभाग को 1 अगस्त तक काम पूरा करने के निर्देश दिए थे। सिंचाई विभाग ने तय समय में काम पूरा किया और 1 अगस्त को सड़क को यातायात के लिए खोल दिया।