– वर्ष 2018 में पंजाब के मोहाली की एक अदालत ने सुनाई स्वयंभू पादरी को सजा
Life imprisonment to Pastor Bajinder Singh, DDC : अपने अनुयायियों को पीटने और उनके साथ बलात्कार करने वाले पापी पादरी के पाप का घड़ा आखिरकार भर गया। पापी पादरी बजिंदर सिंह ने एक युवती से बलात्कार किया। युवती सात साल तक इंसाफ के लिए लड़ती रही और अब जाकर पंजाब के मोहाली की एक अदालत ने मंगलवार को स्वयंभू पादरी बजिंदर सिंह को अजीवन कारावास की सजा सुनाई। अतिरिक्त जिला एवं सत्र न्यायाधीश विक्रांत कुमार की अदालत ने यह फैसला सुनाया।
बजिन्दर को 28 मार्च को भारतीय दंड संहिता की धारा 376 (बलात्कार), 323 (स्वेच्छा से चोट पहुंचाने के लिए सजा) और 506 (आपराधिक धमकी) के तहत दोषी ठहराया गया था। यह मामला 2018 में मोहाली के जीरकपुर पुलिस स्टेशन में एक महिला ने दर्ज कराया था। मंगलवार को फैसला सुनाए जाने से पहले अदालत परिसर में सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए थे। पादरी के यू-ट्यूब पर लाखों की संख्या में फॉलोवर्स हैं।
पंजाब पुलिस ने पादरी बजिंदर सिंह के खिलाफ एफआईआर दर्ज की थी, जब महिला ने शिकायत दर्ज कराई थी कि उस पर हमला किया गया है। यह घटना कथित तौर पर एक प्रार्थना सत्र के बाद हुई, जहां पीड़िता ने दावा किया कि उसके साथ-साथ अन्य लोगों के साथ भी दुर्व्यवहार किया गया और शारीरिक रूप से हमला किया गया। अपनी आपबीती बताते हुए पीड़िता ने आरोप लगाया कि जब उसने सभा में मौजूद एक अन्य व्यक्ति पर हो रहे हमले में हस्तक्षेप करने की कोशिश की तो उस पर हमला किया गया।
“जब मैंने उन्हें (पादरी बजिंदर सिंह) वहां मौजूद एक व्यक्ति को मारने से रोका, तो उन्होंने मुझे नोटबुक से मारा। उस समय मेरी डेढ़ साल की बेटी मेरे साथ थी। उन्होंने वहां मौजूद लड़के को भी बुरी तरह मारा। सरकार को जांच करनी चाहिए कि फुटेज असली है या एआई से बनाई गई है। इसके बाद मैंने चर्च से इस्तीफा दे दिया। उन्होंने मुझे धमकी भी दी। मैं वहां भक्ति भाव से गई थी…” उन्होंने कहा।
अपने बचाव में, स्वयंभू पादरी बलजिंदर सिंह ने कहा था कि उसके खिलाफ लगाए गए आरोप झूठे हैं। उसने दावा किया कि लड़की ‘बुरी आत्मा’ से पीड़ित थी, उसे दौरे पड़ते थे और वह प्रार्थना के लिए उसके पास आती थी। हालांकि, शुक्रवार को अदालत ने उसे दोषी पाया और उसे आजीवन कारावास की सजा सुनाई। पीड़िता ने कहा, “मैं चाहती हूं कि उसे कम से कम 20 साल की सजा मिले। वह कानून को बहुत अच्छी तरह जानता है और यह सब अपराध स्वेच्छा से करता है। मैं चाहती हूं कि महिलाएं सामने आएं और उसके बारे में खुलकर बोलें। उन्हें अब और डरना नहीं चाहिए।”
पापी पादरी को “पापा जी” कहकर बुलाते थे अनुयायी
पादरी बजिंदर सिंह यौन उत्पीड़न मामले में पीड़िता के वकील एडवोकेट अनिल सागर ने कहा, “वह एक आध्यात्मिक नेता के रूप में लोकप्रिय था। उसके अनुयायी उसे ‘पापा जी’ कहकर बुलाते थे। जब इस तरह का अपराध ऐसे व्यक्ति द्वारा किया जाता है, तो उसे कठोर सजा मिलनी चाहिए। हम सजा की अवधि से संतुष्ट हैं, जो आजीवन कारावास है। उसे अपनी आखिरी सांस तक सलाखों के पीछे रहना होगा।”