– डहरिया में स्वीकृत नक्शे के इतर कराया गया था आवासीय भवन का निर्माण
Rampal’s ashram sealed, DDC : विवादों से घिरे रहने वाले रामपाल के खिलाफ प्रशासन ने बड़ा एक्शन लिया है। हल्द्वानी के डहरिया में चल रहा रामपाल का आश्रम प्रशासन ने सील कर दिया। जिस भवन में आश्रम संचालित किया जा रहा था, उसका आवासीय नक्शा पास था और निर्माण नक्शे के विपरीत कराया गया था। रामपाल का साहित्य हल्द्वानी में हमेशा विवादित रहा है। सीलिंग के दौरान विरोध की आशंका को देखते हुए यहां भारी पुलिस बल तैनात किया गया था।
नक्शे के विपरीत किया गया था निर्माण
बुधवार को सिटी मजिस्ट्रेट एपी बाजपेयी और एसपी सिटी प्रकाश चंद के नेतृत्व में पुलिस व प्रशासन की संयुक्त टीम डहरिया में धान मिल तिराहे पर पहुंचीं। यहां आवासीय भवन में देश राज सिंह पुत्र राजभान और अमित कुमार पुत्र अशोक रस्तोगी मुनिंदर धर्मार्थ ट्रस्ट की ओर से सतलोक आश्रम संचालित हो रहा था। टीम ने आवासीय भवन का जायजा लिया और फिर सील कर दिया।
जिला स्तरीय विकास प्राधिकरण की टीम ने बीती 11 अप्रैल को इस आवासीय भवन का निरीक्षण किया तो स्वीकृत नक्शे का उल्लंघन करते हुए सेटबैक को कम करने, प्रथम तल व द्वितीय तल में भी स्वीकृति के विपरीत निर्माण पाया गया था। इस पर टीम ने चालान काटा था। प्राधिकरण से स्वीकृत नक्शे के विपरीत भवन का निर्माण था।
आवासीय भवन को बना दिया आश्रम
इसके अलावा आवासीय भवन में संतलोक आश्रम संचालित किया जा रहा था। पुलिस जांच में भी स्पष्ट हुआ था कि भवन का आश्रम के रूप में इस्तेमाल किया जाता है, जो कि नियोजन के विरुद्ध था। इस पर देशराज व अमित को कारण बताओ नोटिस जारी किया था। नोटिस का स्पष्टीकरण देते समय उन्होंने भी स्वीकारा था कि भवन का बतौर आश्रम उपयोग होता है, यहां संगत भी ठहरती हैं।
क्षेत्रवासियों ने की थी शिकायत
वहीं क्षेत्रवासियों की भी शिकायत थी कि प्रत्येक रविवार को सत्संग होता है, जिसमें दो-ढाई सौ से अधिक लोग इकट्ठा होते हैं, जिससे सड़क पर वाहन खड़े होते हैं और आवागमन में दिक्कत होती है। सभी तथ्यों को देखते हुए भवन को सील बंद करने का फैसला लिया गया है। इसके बाद टीम ने बुधवार को डहरिया पहुंचकर सतलोक आश्रम को सील कर दिया है। यह आश्रम रामपाल का बताया जा रहा है। इस दौरान सीओ नितिन लोहनी, कोतवाल राजेश यादव आदि मौजूद रहे।
वर्ष 2023 में दर्ज हुई थी शिकायत
पुलिस के अनुसार, 16 जुलाई 2023 को विश्व हिंदू परिषद के जिला महामंत्री गिरीश चंद्र पांडे निवासी कुसुमखेड़ा ने तहरीर सौंप कर आरोप लगाया था कि देवलचौड़ में कुछ लोग साहित्य बांट रहे हैं, जिसमें हिंदू समाज के लिए अपमानजनक बातें व देवी-देवताओं को लेकर गलत प्रचार किया जा रहा है। इस पर पुलिस ने खुशाल सिंह मेहरा, देवीदत्त जोशी, केसर सिंह मेहरा, शंकर दत्त पंचोली व एक अज्ञात समेत पांच के खिलाफ आईपीसी की धारा 195-ए, 295-ए में एफआईआर दर्ज की थी। तब भी साहित्य वितरित करने वाले रामपाल के अनुयायी बताए गए थे। इसके बाद भी रामपाल को लेकर कई दफा हंगामा हुआ।