– गोरापड़ाव में हैड़ागज्जर की घटना, खूंटे से बंधी किसान की भैंस भी झुलसी, घटना के वक्त घर पर थे सिर्फ बच्चे
Household reduced to ashes by fire, DDC : उत्तराखंड के हल्द्वानी में किसान की पूरी गृहस्थी उसकी आंखों के सामने जलकर राख हो गई। जब यह घटना हुई तो घर पर सिर्फ बच्चे थे और वह जलती झोपड़ी को देखकर रो रहे थे। वहीं एक भैंस भी बंधी थी, जो आग से घिरी चीख रही थी। किसान ने पूरी कोशिश की और आग बुझाने की कोशिशों में न सिर्फ वह झुलसा बल्कि भैंस भी झुलस गई। भैंस को तो उसने बचा लिया, लेकिन गृहस्थी को नहीं बचा सका। दमकल को भी आग पर काबू पाने में एक घंटा लग गया। घटना गोरापड़ाव स्थित हैड़ागज्जर क्षेत्र की है।
शाहजहांपुर उत्तरप्रदेश निवासी श्रीराम के मुताबिक वह परिवार के हैड़ागज्जर में झोपड़ी बनाकर रहते हैं। यहां उन्होंने ललित पाठक के खेत ठेके पर लिए हैं, जिस पर खेती करते हैं। श्रीराम के मुताबिक शनिवार को वह ट्रैक्टर लेकर गौला नदी गए थे। जबकि घर में मौजूद बहू को प्रसव पीड़ा होने पर उनकी पत्नी, बहू को लेकर अस्पताल गई थी।
बच्चे रो रहे थे, तड़प रही थी खूंटे से बंधी भैंस
घर में सिर्फ बच्चे ही थे, तभी अचानक आग लग गई। सुबह करीब 11 बजे उन्हें फोन से आग की सूचना मिली तो वह आनन-फानन में घर पहुंचे। झोपड़ी आग की लटपों से पूरी तह घिर चुकी थी और बच्चे झोपड़ी के बाहर खड़े रो रहे थे। वहीं पास में खूंटे से बंधी भैंस लपटों से घिर चुकी थी। श्रीराम ने किसी तरह भैंस को बचाया और इस दौरान उनके हाथ झुलस गए।
आभूषण, कपड़े और खाने का सामान राख
सूचना मिलते ही दमकल की टीम भी मौके पर पहुंच गई। आग बुझाने में दमकल करीब एक घंटा लग गया और इतने वक्त में झोपड़ी समेत लाखों रुपये का माल जलकर खाक हो गया। श्रीराम के मुताबिक आग से झोपड़ी के अंदर रखे सोने के आभूषण, 12 कुंटल गेहूं, सात कट्टे धान, 25 हजार रुपए की नगदी, वॉशिंग मशीन, कपड़े, राशन, कॉपी-किताबें, कूलर, फ्रिज जल गए। दमकल विभाग के एफएसओ एमपी सिंह ने बताया कि आग पर एक घंटे बाद काबू पाया।