– हल्द्वानी के कुल्यालपुरा में गर्दन, सीना, छाती, हाथ और पुट्ठे पर आधा दर्जन हमले कर फरार हुआ भतीजा
Aunty murdered in Haldwani, DDC : हल्द्वानी कोतवाली क्षेत्र के कुल्यालपुरा में भतीजे ने चाकू से चाची का गला रेत डाला। वह परिवार में चाची की दखलंदाजी से खफा था। चाची के विरोध पर उसने चाकू से ताबड़तोड़ वार किए। गले के साथ सीना, पेट, दोनों हाथ और पुट्ठे को लहूलुहान कर डाला। चीख-पुकार सुन बचाने पहुंचे दुकानदार को भी उसने मारने की कोशिश की और फिर आराम से टहलता हुआ फरार हो गया। पुलिस ने आनन-फानन में महिला को एक निजी अस्पताल पहुंचाया, जहां कुछ देर बाद उसकी मौत हो गई। पुलिस ने फरार आरोपी की तलाश शुरू कर दी है।
कहासुनी के बाद किया चाची पर हमला
गली नंबर दो कुल्यालपुरा निवासी कालीचरण गुप्ता यहां पत्नी कुसुमलता (55 वर्ष) के साथ रहते हैं। उनकी बेटी शुभांशी गुड़गांव में नौकरी करती है। सोमवार को कालीचरण सामान लेने बाजार गए थे। घर पर कुसुमलता अकेली थीं। तभी मुखानी चौराहे के पास रहने वाला उनका भतीजा गौरव गुप्ता पुत्र नरेश गुप्ता पहुंचा। अचानक भतीजे को देख कर कुसुमलता को आश्चर्य नहीं हुआ, लेकिन जब भतीजे पुराने विवाद छेड़े तो कहासुनी हो गई। तभी गौरव ने कुसुमलता पर हमला कर दिया।
बेड पर पटका और घोंपने लगा चाकू
गौरव ने चाची कुसुमलता को उठा कर बेड पर पटका और कमर में छिपा कर रखे चाकू से वार कर दिए। पहला हमला उसके गले पर किया। वह बचने के लिए भागी तो उसके सीने, पेट, दोनों हाथ और पुट्ठे पर चाकू से हमले किए। इसी बीच शोर सुनकर कुसुमलता के किराएदार राजपुरा निवासी दुकानदार पिता-पुत्र लालाराम व विनोद उसे बचाने पहुंच गए। गौरव ने उनकी ओर भी चाकू तान दिया और जान से मारने की धमकी दी।
भागा नहीं, टहलता हुआ फरार हो गया
लालाराम के मुताबिक इतनी बड़ी घटना को अंजाम देने के बाद उसने हड़बड़ी नहीं दिखाई बल्कि टहलता हुआ फरार हो गया। स्थानीय लोगों ने घटना की सूचना डायल 112 को दी। एसपी सिटी प्रकाश चंद्र, कोतवाल उमेश कुमार मलिक, एसएसआई महेंद्र प्रसास व भोटियापड़ाव चौकी पुलिस मौके पर पहुंच गई। पुलिस ने कुसुमलता को नैनीताल रोड स्थित एक निजी अस्पताल पहुंचाया, जहां कुछ देर बाद ही चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया।
एसपी सिटी प्रकाश चंद्र ने बताया कि घटना के पीछे पारिवारिक विवाद की बात सामने आ रही है। घायल के पति ने अपने ही भतीजे पर घटना को अंजाम देने का आरोप लगाया है। महिला को अस्पताल में भर्ती कराने के साथ ही फरार आरोपी की तलाश शुरू कर दी है।
ये है हत्या की असल वजह
गौरव तीन भाई हैं, तीनों तीन मंजिला मकान में रहते हैं। गौरव के हिस्से मकान का निचला तल आया, लेकिन वह इससे नाखुश था। इसको लेकर तीनों भाइयों में हमेशा विवाद होता था। इस विवाद को सुलझाने के लिए हमेश कुसुमलता अपने पति के साथ जाती थी। जितने बार भी विवाद हुए कुसुमलता ने गौरव को ही कुसूरवार ठहराया। चार दिन पहले भी विवाद पर मध्यस्थता कराई तो गौरव को ही गलत ठहराया दिया। इसी से वह खफा था। चार दिन पहले हुई मध्यस्थता के बाद से फरार गौरव सोमवार को लौटा और चाची को मार डाला।