– 34 दिन से जर्मनी में फरारी काट रहा था रेवन्ना
Karnataka sex scandal, DDC : कर्नाटक सेक्स स्कैंडल केस में आरोपी प्रज्वल रेवन्ना को गिरफ्तार कर लिया गया है। प्रज्वल रेवन्ना करीब 34 दिनों बाद जर्मनी से वापस आ गया है। जैसे ही वह बेंगलुरु के केम्पेगौड़ा इंटरनेशनल एयरपोर्ट पहुंचा, एसईआटी ने उसे गिरफ्तार कर लिया। प्रज्वल पर कई महिलाओं के यौन शोषण के आरोप हैं। कर्नाटक सेक्स स्कैंड पर काफी बवाल हुआ था। रेवन्ना को अब जेडीएस ने पार्टी से निलंबित कर दिया है। वह लुफ्थांसा की फ्लाइट एलएच0764 से गुरुवार की देर रात करीब एक बजे भारत पहुंचा। जर्मनी से आते ही रात एयरपोर्ट से उसे एसआईटी की टीम ने गिरफ्तार कर लिया।
एक दिन पहले ही बेंगलुरु की एक अदालत ने बलात्कार और यौन शोषण के मामले में प्रज्वल रेवन्ना की अग्रिम जमानत अर्जी खारिज की थी। प्रज्वल जद (एस) सुप्रीमो और पूर्व प्रधानमंत्री एच डी देवेगौड़ा का पोते हैं। यौन उत्पीड़ का आरोप लगने के 6 दिन बाद और हसन लोकसभा सीट पर वोटिंग एक दिन बाद 27 अप्रैल को रेवन्ना देश छोड़कर भाग गया था। रेवन्ना ने अपने राजनयिक पासपोर्ट पर म्यूनिख के लिए उड़ान भरी थी। करीब 34 दिनों बाद वह बेंगलुरु लौटा। शुक्रवार (आज) उसे कोर्ट में पेश किया जाएगा।
हसन सीट से सांसद हैं प्रज्वल
प्रज्वल रेवन्ना कर्नाटक के हासन लोकसभा सीट से सांसद हैं और इस बार भी वह चुनावी मैदान में है। विदेश जाने के ठीक एक महीने बाद यानी 27 मई को सांसद प्रज्वल रेवन्ना ने कहा था कि वह 31 मई को एसईआटी यानी विशेष जांच दल के समक्ष पेश होगा। एसआईटी रेवन्ना पर लगे कई महिलाओं के यौन शोषण के आरोपों की जांच कर रहा है। रेवन्ना ने अपने खिलाफ यौन शोषण के मामलों को झूठा और राजनीतिक साजिश का हिस्सा बताया है। उनका कहना है कि इसकी वजह से वह डिप्रेशन में चला गया है।
एसईआटी ने इंटरपोल से मांगी थी मदद
हासन लोकसभा सीट पर मतदान के एक दिन बाद 27 अप्रैल को प्रज्वल कथित तौर पर जर्मनी चला गया था। एसआईटी ने केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) के माध्यम से इंटरपोल से प्रज्वल के ठिकाने के बारे में जानकारी मांगी थी, जिसको लेकर इंटरपोल ‘ब्लू कॉर्नर नोटिस’ जारी कर चुका है। सांसदों/विधायकों के खिलाफ मामलों की सुनवाई के लिये गठित एक विशेष अदालत ने एसआईटी के आवेदन दायर करने के बाद 18 मई को प्रज्वल रेवन्ना के खिलाफ गिरफ्तारी वारंट जारी किया था।
पोसपोर्ट रद्द करने की मांग
कांग्रेस के नेतृत्व वाली कर्नाटक सरकार ने केंद्र से उनका राजनयिक पासपोर्ट रद्द करने का आग्रह किया है, हालांकि उसने कहा है कि इस मामले पर केंद्र सरकार से अभी तक कोई आधिकारिक जवाब नहीं मिला है। विदेश मंत्रालय (एमईए) ने प्रज्वल को कारण बताओ नोटिस भेजकर पूछा था कि उनके खिलाफ यौन शोषण के आरोपों के मद्देनजर उनका राजनयिक पासपोर्ट रद्द क्यों नहीं किया जाना चाहिए।