सड़क पर सांड, बैठकों में निर्देश और साहब के कोरे आदेश

हल्दूचौड़ लालकुआं में सांड के हमले में युवक की मौत।

– आवारा जनवरों के हमले से जिले का कोई हिस्सा अछूता नहीं बचा, इसी साल सांड ने ली कई जान

Death in bull attack in Nainital district, DDC : नैनीताल जिले का कोई हिस्सा आवारा जानवरों और सांड के हमलों से अछूता नहीं बचा। इसी साल सांड राह चलते चार लोगों की मौत का सबब बन गए। किसी का पिता नहीं रहा तो किसी का पति, किसी के बच्चे बचपन में ही अनाथ हो गए। चलने को सहारा तलाशने वाली उम्र दराज पुष्पा की रीढ़ एक साड़ ने ही तोड़ी। थोड़ा बहुत चल-फिर लेने वाली पुष्पा अब सहारे से भी बमुश्किल चल पाती हैं। हादसे होते ही प्रशासन चौकन्ना हो जाता है। जिलाधिकारी आनन-फानन में तमाम अधिकारियों को तलब कर लेते हैं। बैठकें की जाती हैं, निर्देश और आदेश दिए जाते हैं। तमाम अधिकारी भी जी साहेब, जी साहेब कहकर साहब को सैल्यूट कर देते हैं और बैठक खत्म हो जाती है। अब फिर एक मौत हुई, अब फिर एक बैठक होगी और अधिकारी जी हुजूरी कर चलते बनेंगे। अधिकारियों की हिम्मत वाली बात तो यह है कि इन पर हाईकोर्ट की फटकार का भी असर नहीं होता। जो असर हुआ, उसकी बानगी यह है कि हाल में नगर निगम ने कुछ जमीन खाली कराई और गौशाला बना दी। कुछ दिन जानवरों को पकड़ने का अभियान चलाया और फिर भूल गए।

75 साल के बुजुर्ग को उतारा मौत के घाट
ये घटना वर्ष 2024 फरवरी की है। पश्चिमी घोड़ानाला निवासी रामस्वरूप (75 वर्ष) रामलीला मैदान से साइकिल में अपने घर की ओर जा रहे थे। इस दौरान मैदान में घूम रहे आवारा सांड ने उन पर हमला कर दिया। इस हमले में उनकी दर्दनाक मौत हो गई।

अंधेरे में सांड से टकरा कर मरा राजमिस्त्री
ये घटना जनवरी 2024 की है। नगला उदयी भमौरा निवासी राजमिस्त्री मोतीराम (27 वर्ष) बेरीपड़ाव में पत्नी, तीन साल के बेटे व 8 माह की बेटी के साथ रहता था। लालडांठ में भवन निर्माण कर वह बाइक से घर लौट रहा था। पंचायतघर रामपुर रोड पर अंधेरे में सड़क पर खड़ा सांड नहीं दिखा। टक्कर हो गई और उसकी दर्दनाक मौत हो गई।

सांड ने तोड़ी पुष्पा की रीढ़ की हड्डी
यह घटना वर्ष 2023 की एक रविवार सुबह की है जब लालकुआं कोतवाली क्षेत्र के बिंदुखत्ता के पूर्वी राजीव नगर घोड़ानाला में 67 साल की पुष्पा जोशी सुबह 7 :40 पर घर का गेट खोलकर बाहर आ ही रही थी कि अचानक सांड ने हमला कर दिया। हमले में पुष्पा की रीढ़ की हड्डी टूट गई।

गांव से शहर आया था, सांड ने मार डाला
जुलाई 2023 में बरेली रोड में एक घटना हुई। स्यूड़ा हैड़ाखान निवासी चंदन संबल बाइक से हल्द्वानी किसी निजी काम से आया था। बरेली रोड पर टीवीएस शोरूम के पास आवारा जानवर ने उसे अपनी चपेट में ले लिया। उसे फौरन अस्पताल भेजा गया, लेकिन वह मर चुका था।

सांड से भिड़ी मनोज की बाइक, अनाथ हुए दो बच्चे
ये घटना वर्ष 2023 फरवरी की है। शास्त्री नगर बिंदुखत्ता के रहने वाले 32 वर्षीय मनोज जोशी पुत्र भोला दत्त जोशी हल्द्वानी से घर लौट रहे थे। राजीव नगर बोरिंग पट्टा के पास उनकी बाइक अचानक सड़क पर आए सांड से भिड़ गई। उनकी मौत हो गई दो मासूम बच्चों के सिर से पिता का साया उठ गया।

गली से गुजर रही दीपा को पटक कर मार डाला था
यह घटना वर्ष 2022 जुलाई में कालाढूंगी थाना क्षेत्र के कोमला भूरी गांव की है। 35 वर्षीय दीपा देवी घर के पास गली से गुजर रही थी और सांड ने उन्हें पटक कर मार डाला था। इलाज के दौरान मौत हो गई। दीपा के 4 बच्चे हैं। इस मामले में परिजनों ने जानवरों के आतंक से निजात दिलाने और आर्थिक मुआवजा देने की मांग की थी।

कुत्तों के हमलों से दो की मौत
कई साल पहले नैनीताल रोड पर दिल्ली की पर्यटक बच्ची के पीछे कुत्ता पड़ गया था। घायल बच्ची की दिल्ली में उपचार के दौरान मौत हो गई थी। तल्लीताल में आतंक से बच्चा छत से गिरकर मर गया था। शेरवानी इलाके में इसी तरह की घटना सामने आई थी।

नैनीताल में कुत्तों का आतंक, 10 साल में 9,684 शिकार
वर्ष                        घायल
2011- 12   834
2012-13    961
2013-14    938
2014-15   1193
2015 -16   839
2016 -17   990
2017-18   1222
2018-19   1480
2019 -20  1227
नोट : कुल इन 10 सालो में इन आवरा कुत्तो ने 9,684 लोगो को अपना शिकार बनाया है, जो या तो स्थानीय निवासी थे या घूमने के लिए नैनीताल आये थे।

हाईकोर्ट का दखल भी काम नहीं आया
आवारा पशुओं से होने वाली घटनाओं को लेकर हाईकोर्ट भी सख्त रुक अपना चुका है, लेकिन हाईकोर्ट की सख्ती का अधिकारियों पर कोई फर्क नहीं पड़ा। वर्ष 2020 में इसको लेकर हल्द्वानी निवासी अधिवक्ता चंद्रशेखर जोशी एक जनहित याचिका दायर की गई थी। तब हाईकोर्ट ने नगर निगम हल्द्वानी को सड़कों से आवारा जानवर हटाने के निर्देश दिए थे और 30 नवंबर तक कंप्लायंस रिपोर्ट पेश करने को कहा था।

अपने ही क्षेत्र के सासंद को सांड ने नहीं छोड़ा

हल्द्वानी : सांड किस कदर परेशानी का सबब बन चुके हैं, यह बात सांसद और केंद्रीय रक्षा राज्य मंत्री अजय भट्ट से बढ़िया कौन जान सकता है। क्योंकि सांड उन पर भी हमला कर चुका है और वह भी उन्हीं के संसदीय क्षेत्र में। हालांकि इस हमले में वह बाल-बाल बच गए। जिसके बाद उन्हें सांड से निजात दिलाने के लिए पत्र लिखना पड़ा।

ये घटना सितंबर 2022 की है। तब केंद्रीय रक्षा राज्यमंत्री अजय भट्ट इसे लेकर जिलाधिकारी को एक पत्र लिखा था, जिसमें उन्होंने आवारा पशुओं से निजात दिलाने की मांग की थी। पत्र के माध्यम से उन्होंने बताया था कि वो खुद आवारा जानवरों की वजह से हादसे का शिकार होते-होते बचे हैं। तब नगर आयुक्त ने जिलाधिकारी से आवारा जानवरों को रखने के लिए स्थान चिह्नित किए जाने मांग की थी।

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